- राजधानी:
- अगरतला
- स्थान:
- पूर्वी भारत
- त्रिपुरा घूमने का सबसे अच्छा समय:
- त्रिपुरा की यात्रा के लिए अक्टूबर से फरवरी के बीच एक आदर्श समय है।
- त्रिपुरा क्यों जाएँ ?:
- तीन शहर नाम से प्रसिद्ध, विरासत और ऐतिहासिक स्थल, सैकड़ों साल पुरानीं संस्कृति, दर्शनीय स्थलों, मंदिरों, पुरातात्विक स्थलों, वन्य जीवन, नौका विहार, झरनों, हस्तशिल्प, बीरिंग, झीलों ,भोजन, महलों, बांग्लादेश, मिज़ोरम और असम से जुड़ीं सीमाएं , जातीय समूह , बांस और बेंत के हस्तशिल्प, लोकप्रिय नृत्य शैलियां के लिए
- भाषा:
- बंगाली
सांस्कृतिक जलाशय वाला त्रिपुरा एक विश्व विख्यात देश है ,जो ऐतिहासिक विरासत के लिए सबसे ज्यादा जाना जाता है |सेकड़ो साल पुराने अटूट आस्था से जुड़े मंदिरों ने भी त्रिपुरा की भूमि को बहुत पवित्र बनाया है | त्रिपुरा का पर्यटन परिवारों, दोस्तों, जोड़ों और एकल यात्रियों को सबसे ज्यादा आकर्षित करता है | जो पूर्वी भारत में अपनी खूबसूरती बीखैर रहा ,जिसकी राजधानी: अगरतला है |
कैसे पहुंचे त्रिपुरा
-
अगरतला हवाई अड्डा निकटतम हवाई अड्डा त्रिपुरा में है। जो 5 मीटर की दूरी पर है | कोलकाता और गुवाहाटी से सीधी उड़ानों द्वारा जुड़ा हुआ यह हवाई अड्डा बाद में स्थल तक जाने के लिए टैक्सी या ऑटो भी कर सकते है
-
सिलचर से 295 किलोमीटर, आइजोल से 300 किलोमीटर, द्वारबंद से 313 किलोमीटर, शिलांग से 459 किलोमीटर, इंफाल से 557 किलोमीटर, गुवाहाटी से 558 किलोमीटर दूर 44 किलोमीटर, मनु से 109 किलोमीटर, कुमारघाट से 133 किलोमीटर, सिलचर से 295 किलोमीटर पर है पर्यटक बस से भी त्रिपुरा जा सकते है |
-
त्रिपुरा से 140 किलोमीटर दूर है। कुमारघाट स्टेशन कोलकाता, दिल्ली, इंदौर, चेन्नई और बैंगलोर के रेलहेड्स से जुड़ा है।रेलवे स्टेशन कुमारघाट है |