कोल्लम

कोल्लम, जिसे क्विलोन या डेसिंगानाडु के नाम से भी जाना जाता है, वह स्थान है जो देश काजू व्यापार और प्रसंस्करण उद्योग का केंद्र होने का श्रेय लेता है माना जाता है कोल्लम केरल के चौदह जिलों में से एक है जो अपने काजू उद्योग के लिए प्रसिद्ध है। इसे दुनिया की काजू राजधानी के रूप में जाना जाता है। यह जिला प्राकृतिक सुंदरता से भरपूर है और यहां प्राचीन समुद्र तटों से लेकर शांत झीलों और प्राचीन वास्तुकला तक के कई दर्शनीय स्थल हैं। और जो केरल का सबसे मशहूर और प्रसिद्ध पुराना भव्य समुद्री बंदरगाह शहर जो वास्तुकला की पारंपरिक अलंकृत शैली का निर्माण करता है
कोल्लम को मालाबार तट पर सबसे पुराने बंदरगाहों में से एक माना जाता है और लंबे समय से अंतरराष्ट्रीय देशों के आकर्षण का केंद्र रहा है। कोल्लम, लैगून, बैकवाटर और समुद्र तटों की तलाश करने वाले के लिए एक दर्शनीय स्थान है इस शहर ने मध्ययुगीन और आधुनिक में अग्रणी मसाला बाजार के रूप में कार्य किया।
माना जाता है कि उस स्थान का नाम कोल्लम है, जो संस्कृत के शब्द कोल्लम से लिया गया है जिसका अर्थ काली मिर्च है। माना जाता है कि वर्तमान नगर क्षेत्र 9 वीं शताब्दी ईस्वी में एक सीरियाई व्यापारी सपिर इस्सो द्वारा बनाया गया था
कोल्लम में बसने वाले पहले विदेशी समुदाय चीनी थे। 14 वीं शताब्दी की शुरुआत में व्यापार संबंध स्थापित हुए थे। इस समृद्ध शहर में उतरने वाले पहले यूरोपीय पुर्तगाली थे, उसके बाद डच और फिर ब्रिटिश थे। बीते दिनों में कोल्लम अपने महलों के लिए प्रसिद्ध था और इस स्थान को कभी-कभी महलों का शहर कहा जाता था।
यहाँ पर घुमने के दौरान शानदार नाव की सवारी का आनंद ले कर आप पूरा दिन रोमांचक बना सकते है | यहाँ पर काजू बहुत अधिक मात्र में बिकते है व सभी स्थलों पर जाते है कोल्लम की पहाड़ियों पर है जटायु अर्थ सेंटर यहाँ पर देखने लायक सबसे मुख्य आकर्षण का केंद्र है | पर्यटक कोल्लम में आकर सबसे पहले यही पर आते है |
कोल्लम क्यों जाए
कोल्लम समुद्र, झीलों, नदियों, मैदानों, जंगल, नदियों, हरे भरे खेतों और उष्णकटिबंधीय फसलों से भरा हुआ है यहां खरीदने के लिए अन्य चीजें वस्त्र, दक्षिण भारतीय साड़ी, प्राचीन वस्तुएं और सोने चांदी के आभूषण हैं |
कोल्लम के पर्यटन, दर्शनीय स्थल
- पुनलुर
- अष्टमुडी झील
- टेंगैसेरी लाइटहाउस
- थिरूमुल्लावरम बीच
- ब्रिटिश रेजीडेंसी
- पलारूवी जलप्रपात
- मुनरो द्वीप
- जटायुपर
- कोल्लम बीच
- नीन्दकारा बंदरगाह
- प्रकाशस्तंभ
- चावरा
- रामेश्वर मंदिर
- मयनाड
- सस्तमकोट्टा
- ओचिरा
- कुलाथुपुझा
- थेनमाला
- थेनमाला हिरण पार्क
- कोट्टारक्कारा कथकली संग्रहालय
- थेवल्ली पैलेस
- अरिणावु
- पलारूवी झरने
- तिरुमुलवराम बीच
- माथा अमृतानंदमयी आश्रम
- वल्लिकवु
- कोट्टुकल रॉक कट मंदिर
- महात्मा गांधी बीच और पार्क
- करुनागप्पल्ली
- आश्रमम पिकनिक विलेज
- ओछिरा मंदिर
- पुनालुर सिटी
- नीन्दकारा पोर्ट
- करुनागप्पल्ली
कैसे पहुंचे कोल्लम
सड़क मार्ग द्वारा
कोल्लम बस द्वारा कई शहरों से जुड़ा हुआ है। KSRTC या केरल राज्य सड़क परिवहन निगम के पास एक नियमित आवृत्ति पर कोल्लम से आने और जाने के लिए बसें हैं, जो इसे केरल के कई स्थानों से जोड़ती है।
रेल मार्ग द्वारा
कोल्लम जंक्शन रेलवे स्टेशन केरल का दूसरा सबसे बड़ा रेलवे स्टेशन है। यह भारत के कई शहरों से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है
हवाई मार्ग द्वारा
कोल्लम के लिए निकटतम हवाई अड्डा तिरुवनंतपुरम अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा है।