पिंजौर

पिंजौर न केवल प्राकृतिक सुंदरता में बल्कि धार्मिक मिथकों में भी विकसित हुआ है। भीमा देवी मंदिर और पांडव मंदिर ; देवी-देवताओं की मूर्तियां, फूल और जानवरों की आकृति के निशान देखने के लिए उल्लेखनीय स्थान हैं।पिंजौर न केवल एक प्राचीन ऐतिहासिक स्थान है बल्कि इसका धार्मिक महत्व भी है| भीमा देवी मंदिर के खँडहर क्षेत्र चार - सशस्त्र शिव, भैरव के विशाल सिर और गणेश और शक्ति के रूपो को प्रदर्शित करते है।मुगल गार्डन / यादविंद्रा गार्डन, पिंजौर घाटी का सबसे आकर्षक आकर्षण राजसी मुग़ल गार्डन है| इस उद्यान में रंग – महल और शीश महल जैसे विस्मयकारी महल है| इस उद्यान में रंग-महल और शीश महल जैसे विस्मयकारी महल हैं। पिंजौर घाटी के विपरीत पहाड़ी पर मोरनी हिल्स स्थित है देवदार के पेड़ो की जेब से उकेरी हुई पहाड़ियां हरी और नीली दिखती है| पंचकूला चंडीगढ़ से 4 किमी दूर है| इस मॉडल शहर में कई आकर्षण है जैसे कि टोपरी पार्क, कैक्टस, वाटिका पार्कलैंड अच्छी सड़को और घरो के शिवालिक पहाडियों की पृष्ठभूमि के खिलाफ है| अंबाला एक ब्रिटिश छावनी था| यह वैज्ञानिक उपकरणों का शहर है यह पिंजौर से लगभग 60 किमी दूर है|
पिंजौर क्यों जाए
प्राचीन ऐतिहासिक स्थान , उद्यान |
पिंजौर के पर्यटन, दर्शनीय स्थल
- हरियाणा पर्यटन ने रिसॉर्ट का संचालन किया
- बुडगेगर
- शीश महल
- पिंजौर गार्डन
- यादविंद्रा गार्डन टूरिस्ट कॉम्प्लेक्स
- रंग महल
- पिंजौर गार्डन
- किंगफिशर टूरिस्ट कॉम्प्लेक्स
- अंबाला
- लाल बिशप
- पंचकुला
- माउंटेन क्वेल
- मोरनी हिल्स|