हाजो
असम राज्य में हाजो बौ्द्ध, हिंदू और मुस्लिम धर्म के धार्मिक स्थलों का गढ़ माना जाता है। यह स्थान बेहद पवित्र है और पूरी तरह से धर्मनिरपेक्ष भी है। यहां हयग्रीव माधव मंदिर, केदारेश्वर मंदिर, धोपारगुरी सत्रा, जॉय दुर्गा मंदिर, गणेश मंदिर जैसे स्थान बेहद रमणीक है। आप एक ही समय और एक ही स्थान पर शिव, विष्णु, बुद्ध और मुस्लिम संतों के मंदिरों और मूर्तियों को देखकर आश्चर्यचकित होंगे। हर स्थान एक अनोखा इतिहास समेटे हुए है। इसके अलावा यहां पोवा मक्का भी है। हाजो दुनिया भर में पर्यटकों के बीच प्रसिद्ध है, क्योंकि एक मंदिर के बाहर, हयग्रीव माधव मंदिर को उस स्थान के रूप में जाना जाता है जहाँ बुद्धदेव ने निर्वाण प्राप्त किया था।
डिगबोई
डिगबोई, जिसकी सुगंध, त्योहार, भोजन के जाना जाने वाला एक छोटा नगर, लेकिन अट्रैक्शन के मामले में कम नही है। और जो असम पूर्वोत्तर भारत का एक सुंदर राज्य है 'ऑयल सिटी' के नाम से प्रसिद्ध 19वीं सदी के अंत में यहां कच्चे तेल की खोज हुई थी। इसलिए इसे असम की तेल नगरी के रूप में भी जाना जाता है। यहां नामेरी राष्ट्रीय उद्यान, बुरा-चापोरी वन्यजीव अभयारण्य, नागशंकर मंदिर और केतकेश्वर देवल आदि घूमने की जगहें हैं। डिगबोई तेल रिफाइनरी भी एक लोकप्रिय पर्यटक आकर्षण है। डिगबोई अन्य दिलचस्प विशेषताओं जैसे हस्तशिल्प, वस्त्र, युद्ध कब्रिस्तान और वन्यजीव अभयारण्य के लिए भी प्रसिद्ध है।
गुवाहाटी
असम और पूर्वोत्तर भारत का सबसे बड़ा शहर और एक लोकप्रिय गंतव्य, असम की राजधानी गुवाहाटी बेहद खूबसूरत जगह है। यह क्षेत्र का एक प्रमुख शहर है और कई शिक्षा संस्थानों और वाणिज्यिक उपक्रमों का गण है। ब्रह्मपुत्र नदी के किनारे बसे इस शहर में आपको अध्यात्म की एक अनोखी छवि देखने को मिलेगी। गुवाहाटी में कामाख्या मंदिर प्रसिद्ध है। इसके अलावा यहां नवग्रह मंदिर, उमानन्दा मंदिर भी हैं। यहां पयर्टक असम जू एवं बॉटनिकल गार्डन्स भी घूम सकते हैं। यहाँ के मुख्य आकर्षणों में से एक काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान है, जो गुवाहाटी (217 किलोमीटर दूर) से लगभग 4 घंटे की ड्राइव पर है
जोरहाट
जोरहाट भी असम के मुख्य शहरों में एक है। जो न केवल अपनी प्राकृतिक सुंदरता और सांस्कृतिक महत्व के लिए बल्कि अपने चाय बागानों के कारण भी प्रसिद्ध है। भोगदोई नदी के किनारे बसे जोरहाट के बाजार काफी चर्चित हैं। यहां चौकीहाट और माचरहाट नाम के दो बाजार हैं। चाय के बागानों की शानदार सुंदरता देखने के लिए अधिकांश पर्यटक वहाँ जाते हैं। यहां वैष्णव धर्म से जुड़े अनेक मठ बने हैं। यहां के माजुली में वैष्णव धर्म के औनिआती, दक्षिणपथ, गारामूर और कमलाबाड़ी जैसे अनेक तीर्थस्थान हैं। यदि आप जून में असम जाने की योजना बना रहे हैं, तो जोरहाट का पता लगाना न भूलें क्योंकि उस महीने में मौसम और मौसम बहुत खूबसूरत होता है।
तेजपुर
ब्रह्मपुत्र नदी के उत्तरी किनारे पर स्थित तेजपुर जो अपने अंदर ऐतिहासिक स्थलों को समेटे हुए है। और यह शहर अपने बेहद शांत स्वभाव के कारण असम का अच्छे पर्यटन स्थलों में गिना जाता है इसी कारण यहां पर बड़ी संख्या में पयर्टक आते हैं। तेजपुर की घूमने की खास जगहों में अग्निगढ़, कोलिया भोमोरा सेतु, पदम पुखुरी, महाभैरव मंदिर, हलेश्वर मंदिर आदि शामिल हैं।
डिब्रूगढ़
असम का डिब्रूगढ़ जो अपनी लाभदायक वनस्पति जीव, संस्कृति के लिए विश्व प्रसिद्ध है और जो नॉर्थ ईस्ट इंडिया के संचार और औद्योगिक केंद्र के रूप में उभर रहा है डिब्रूगढ़ तेजी से पर्यटकों के बीच लोकप्रियता हासिल कर रहा है। डिब्रू नदी के नाम पर, यह असम का सबसे बड़ा शहर है असम के डिब्रूगढ़ में ब्रम्हपुत्र नदी के किनारे शाम के समय डूबता हुआ सूरज देखना पयर्टकों को काफी अच्छा लगता है। इसे "भारत के चाय शहर" के रूप में जाना जाता है। इस क्षेत्र के चाय बागानों का दौरा करना चाहिए क्योंकि यह दुनिया भर में चाय का सबसे बड़ा उत्पादक है। इसके अलावा डिब्रूगढ़ में घूमने के लिए दिन्जोय सतरा, दिहिंग सतरा और कोलीआई थान जैसे कई दूसरे ऐतिहासिक व प्राचीन स्थल बने हैं।